રવિવાર, 20 એપ્રિલ, 2014

जैसे ही हमारे प्यार की आराइश हो जायेगी

10171184_757244047642146_8982152755873853660_n जैसे ही हमारे प्यार की आराइश हो जायेगी, जाने अंजाने प्यार की फरमाइश हो जायेगी, उतर आएगा चाँद भी फलक से जमीं पे ऐसे, देख कर तुझे, नूर की आजमाइश हो जायेगी, टूटे आईने के टुकड़ो में दिखेगा चेहरा तेरा, ख़ूबाँ के गुरूर-ए-हुश्न की पैमाइश हो जायेगी, हो जायेंगे नाशाद हर तेरे चाहनेवाले जहाँ के, दिल को जब मेरे प्यार की ख्वाइश हो जायेगी, सीख लेंगे सभी दानिश-ए-मुहब्बत का सलीक़ा, जब जज्बात-ए-मुहब्बत की नुमाइश हो जायेगी.!!!! नीशीत जोशी (आराइश= decoration,ख़ूबाँ= beautiful women,पैमाइश= measurement,दानिश= knowledge) 15.04.14

ટિપ્પણીઓ નથી:

ટિપ્પણી પોસ્ટ કરો