શનિવાર, 4 જૂન, 2016

चूम लूँगा

तेरे हाथो को चूम लूँगा, तेरी आँखों को चूम लूँगा, करूँगा इजहारे इश्क़ मैं, तेरे होठों को चूम लूँगा, फिर खामोशी होगी वहाँ पे, तेरे बालों को चूम लूँगा, करेंगे बातें प्यार की भी, तेरे लफ्जों को चूम लूँगा, तेरी रातों का होके महेंमाँ, तेरे ख्वाबों को चूम लूँगा ! नीशीत जोशी 02.06.16

ટિપ્પણીઓ નથી:

ટિપ્પણી પોસ્ટ કરો