1222 1222 1212 22
करोगे याद तो हर बात याद आएगी,
हमारे वस्ल की हर रात याद आएगी !
गुजारे वक्त का कोई हिसाब तो होगा,
कभी तो दी हुई सौगात याद आएगी !
खिलाडी हो बखूबी जीत का मज़ा लेना,
पुराने खेल की हर मात याद आएगी !
सफर में जो हुआ था वो कहें किसे दिलबर,
मिली थी हमसफर की घात याद आएगी !
बहारें लौट आने का सबब करे कोई,
तभी पतझड़ को भी औकात याद आएगी !
अधूरा प्यार जब जब याद आ रहा होगा,
वो दी थी 'नीर' को खैरात याद आएगी !!
नीशीत जोशी 'नीर'
મંગળવાર, 20 ડિસેમ્બર, 2016
करोगे याद तो हर बात याद आएगी
1222 1222 1212 22
करोगे याद तो हर बात याद आएगी,
हमारे वस्ल की हर रात याद आएगी !
गुजारे वक्त का कोई हिसाब तो होगा,
कभी तो दी हुई सौगात याद आएगी !
खिलाडी हो बखूबी जीत का मज़ा लेना,
पुराने खेल की हर मात याद आएगी !
सफर में जो हुआ था वो कहें किसे दिलबर,
मिली थी हमसफर की घात याद आएगी !
बहारें लौट आने का सबब करे कोई,
तभी पतझड़ को भी औकात याद आएगी !
अधूरा प्यार जब जब याद आ रहा होगा,
वो दी थी 'नीर' को खैरात याद आएगी !!
नीशीत जोशी 'नीर'
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