રવિવાર, 7 સપ્ટેમ્બર, 2014

तू नाज़ां है खुदा का

रूख से, तूने जब परदा हटाया होगा, दिल, सब का जरूर डगमगाया होगा, हसीं चहेरा,नशीली आँखे,गोरा बदन, खुदा ने तुझे फुर्सत में बनाया होगा, गुलाबी गाल, ओठ लाल, क़यामत है, खुदा ने तुर्बत में फरीद सजाया होगा, शरमा गई होगी जन्नत की सब हूरें, छुपा है चाँद, किसीने आइना दिखाया होगा, तू नाज़ां है खुदा का, लोग सब बोल उठे, तेरा रानाई चहेरा, सामने जब आया होगा !!!! नीशीत जोशी (फरीद= unique, नाज़ां= proud , रानाई=lovliness, beauty) 07.09.14

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