રવિવાર, 6 જાન્યુઆરી, 2013

दिल को दिल से ना लगाया होता

68886_506025939419622_998677365_n दिल को दिल से ना लगाया होता, बेवफाई का एहसास ना पाया होता, भरम में ही रह जाते उम्र भर शायद, सितमगर ने अगर ना सताया होता, आँखे भी महफूज़ रहती रोये बगैर, अश्को का समंदर ना बहाया होता, नक्श-ऐ-पा न होते लाल रंग से भरे, कांटो की राह पे कदम ना बढ़ाया होता, वादियों की रूमानी रहती बरकरार, हसते हुए महबूब को ना रुलाया होता | नीशीत जोशी 05.01.13

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