तुझे मेरे प्यार का थोडा इमा होता,hint , intention
तडपती रूह के वास्ते मुझदा होता, good news
कफन को छू के गर चूम लेते तुम,
जन्नत में भी जश्न का समा होता,
डोलीमें सजके रूखसत हो गए तुम,
साथ चलने को कभी तो कहा होता,
वफ़ा तुम करते, किसी उम्मीद बिना,
किस्सा प्यार का जहाँ में बयां होता,
मिले हुए चार दिन जी लेते शान से,
कब्रमें सो कर भी अश्क ना बहा होता |
नीशीत जोशी 10.01.13
રવિવાર, 20 જાન્યુઆરી, 2013
मिले हुए चार दिन जी लेते शान से
तुझे मेरे प्यार का थोडा इमा होता,hint , intention
तडपती रूह के वास्ते मुझदा होता, good news
कफन को छू के गर चूम लेते तुम,
जन्नत में भी जश्न का समा होता,
डोलीमें सजके रूखसत हो गए तुम,
साथ चलने को कभी तो कहा होता,
वफ़ा तुम करते, किसी उम्मीद बिना,
किस्सा प्यार का जहाँ में बयां होता,
मिले हुए चार दिन जी लेते शान से,
कब्रमें सो कर भी अश्क ना बहा होता |
नीशीत जोशी 10.01.13
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