રવિવાર, 10 નવેમ્બર, 2013
कुछ मेरी तरहा
रोया करेंगे आप भी, कुछ मेरी तरहा,
खो जायेंगे ख्वाब भी, कुछ मेरी तरहा,
चीखती रहेगी वो आँखे, बहा के आंसू,
तन्हाई रहेगी पास भी, कुछ मेरी तरहा,
तैराकी काम न आयेगी समंदर की यहाँ,
रुक जायेगी सांस भी, कुछ मेरी तरहा,
चलते रहना होगा उन कांटो की राह पे,
खूं निकलने के बाद भी, कुछ मेरी तरहा,
रकीबो से न मिलेगा अपनों का ठिकाना,
ढूंढते रहेंगे हमें आप भी, कुछ मेरी तरहा !!!!
नीशीत जोशी 28.1013
આના પર સબ્સ્ક્રાઇબ કરો:
પોસ્ટ ટિપ્પણીઓ (Atom)
ટિપ્પણીઓ નથી:
ટિપ્પણી પોસ્ટ કરો