ગુરુવાર, 25 ફેબ્રુઆરી, 2010

कुछ हो जायेगा

कैसे सोच लिया की हमे कुछ हो जायेगा

यमराज भी हमारा प्यार देख लौट जायेगा

सपने मे भी खयाल न लाना ऐसा कभी

वरना आया सपना भी उसी वक्त तुट जायेगा

नीशीत जोशी

ટિપ્પણીઓ નથી:

ટિપ્પણી પોસ્ટ કરો