ગુરુવાર, 17 માર્ચ, 2011

तुजे छोड कहां जाउगा


तुम हो मनमीत मेरे तुजे छोड कहां जाउगा,
तुम हो प्रितपिया मेरे तुजे छोड कहां जाउगा,

बहा ले जायेगे यह आंसुओ की धारा मुजे,
रुठे हो मनाये बीना तुजे छोड कहां जाउगा,

कायनात से नही रखा है अब कोइ नाता,
कयामत तक साथ,तुजे छोड कहां जाउगा,

पतजड जानेसे बहारका मौसम देता सुकुन,
बारीसकी मौज भुल,तुजे छोड कहां जाउगा,

हर एक धडकन नाम कर दी है तेरे ही,
दिल पुकारे तेरा नाम तुजे छोड कहां जाउगा,

तुम हो मनमीत मेरे तुजे छोड कहां जाउगा,
तुम हो प्रितपिया मेरे तुजे छोड कहां जाउगा ।

नीशीत जोशी

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