શનિવાર, 15 જૂન, 2013
बदल जाते है
प्यार हो जाये तो मिजाज बदल जाते है,
हर गाने के सुर और साज बदल जाते है,
वोह जो करते है अपनी बुलंदी का गुरूर,
दिलबर को देखते आवाज़ बदल जाते है,
होने नहीं देते नाराज दिलबर को,क्योंकि,
रुसवा होने पर तख्तोताज बदल जाते है,
अदायगी से छुपाते है मुहोब्बत फिर भी,
खुद से छुपाते छुपाते राज़ बदल जाते है,
बेचैन खुद बने,मांगे चैन से सोने की दवा,
बिचारे तबीब के हर इलाज बदल जाते है |
नीशीत जोशी 14.06.13
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