શનિવાર, 12 ડિસેમ્બર, 2009

जी करता है


तेरे आचल मे छुपने को जी करता है,
तेरे पहेलु मे सीमटने को जी करता है,
तेरे दिल मे उतरने को जी करता है,
तेरे कमलनयनो मे बसने को जी करता है,
तेरे होठो की हसी बनने को जी करता है,
तेरे चरणो मे सारी उम्र बीताने को जी करता है....

~ नीशीत जोशी ~

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