શનિવાર, 16 જુલાઈ, 2011

तु कहे तो


तु कहे तो तेरे लिये आसमां पर एक घर बनादे,
तु कहे तो चांद सीतारो से तेरे उस घरको सजादे,

अंजान रहेते हो जानता हूं फिर भी कहेता हु तुजे,
तु कहे तो एक चीराग को बुजाके सुरजको जलादे,

जानलो महोब्बत एक तुमसे ही करते है बेहिसाब,
तु कहे तो यह तडपते हुए दिलको चीरके दिखादे,

मुसाफिर है तेरी राहके, जी रहे है दिदारके सहारे,
तु कहे तो आयनेके हर टुकडेमें तेरा दिदार करादे,

बदनाम न हो जाओ वो डरसे लब्ज खामोश रखे है,
तु कहे तो अपनी प्यारेदास्तां सारी दुनीयाको बतादे,

गमगीन महेफिलमें भी तेरी नजरोका जादु चलता है,
तु कहे तो तेरे नामकी गझल हर साकियाको सुनादे,

मेरा मुकद्दर लिखा हुआ है नीशीत हाथोकी लकिरोमें,
तु कहे तो उस खुदासे भी नसीबके हर पन्नेको पढादे।

नीशीत जोशी 10.07.11

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