मत पुछ के क्या हाल है मेरा तेरे आगे,(inspired by this line of GALIB)
हर एक जशन बेहाल है मेरा तेरे आगे,
खामोश निगांहे बहोत कुछ बयां कर दे,
बीते पलो का कमाल है मेरा तेरे आगे,
जुस्तजुको रखी है जीगर में सभाल कर,
ये सब यादोका धमाल है मेरा तेरे आगे,
कुदरत ने दिया तुजे हुश्न और मुजे दिल,
दो को जोडना बेमीसाल है मेरा तेरे आगे,
बात सब मानके रुठने भी नही देते तुजे,
ये हून्नर दिलका संभाल है मेरा तेरे आगे ।
नीशीत जोशी 02.11.11
શનિવાર, 5 નવેમ્બર, 2011
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