રવિવાર, 15 જૂન, 2014
आँखो में दरिया, दिल में तूफान रखते हैं
आँखो में दरिया, दिल में तूफान रखते हैं,
चहरे पर हसीं, लब को बेजूबान रखते हैं,
भरने नहीं देते घाव को लगाकर मलहम,
उनकी बेवफाई का दिल में उफान रखते हैं,
बदलते रहते हैं रातभर करवटे बिस्तर में,
सपनो में क़त्ल करने आती खूबान रखते हैं,
रौंद दिया है गला जिसने हर ख्वाइश का,
उसके लिए भी दिल में हम रूमान रखते हैं,
मानता नहीं दिल उनका जिक्र छेड़े बिना,
महफ़िल में उनके नाम का उन्वान रखते हैं !!!!
नीशीत जोशी (खूबान= beautiful women, रूमान= love ) 07.06.14
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