
ऐय रब, पूरी मेरी यह कहानी कर दे,
आज के दौर की दुनिया पुरानी कर दे,
उन पर लगी तोहमत को भुलाकर अब,
इस दिल को पहले जैसा रूमानी कर दे,
कर सकते हो तुम हर मुराद पूरी सबकी,
न हो सके तो इश्क़ को जानकानी कर दे,
फिरसे कर देना उसका प्यार पहले जैसा,
मेरे उस मुहिब्ब को मेरी दीवानी कर दे,
रखना खुश मेरी वो बेनज़ीर मुहब्बत को,
उसे मेरे बेपायाँ प्यार की निशानी कर दे !!!!
नीशीत जोशी (जानकानी= process of dying) 14.06.14
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