શનિવાર, 7 જૂન, 2014
न किया कर
हरदम, तू ऐसी हरकत न किया कर,
पूरी न हो, ऐसी हसरत न किया कर,
हुए है जो बादल, तो बारिश भी होगी,
अर्श-ओ-फर्श की, शफ़क़त न किया कर,
मुहब्बत में, जुदाई का ग़म भी आएगा,
बहाके आंसू, दिल हैबत न किया कर,
क़यामत तलक, प्यार करेगा आशिक,
दिल जलने की, अजमत न किया कर,
जिगर की राख से, बन जायेगी ग़ज़ल,
क़ुव्वते कलाम की, नखवत न किया कर !!!!
नीशीत जोशी (शफ़क़त= favour, kindness,हैबत= panic,अजमत= greatness,नखवत= pride) 01.06.14
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