
શુક્રવાર, 26 જુલાઈ, 2013
देनी है तो दे देना सजा-ए-मौत

तेरी सूरत

નથી આ કોઇ ગઝલ કે નઝ્મ

ऐ खुदा

दिलबर सा चहेरा दिलमें बसते जा रहा है

શનિવાર, 20 જુલાઈ, 2013
સંબંધો કેરા નામની, રમતો ચાલે છે

हम मिलकर

मय गिरने की देर है

यह कसूर किसका?

मेरी हर सांस, तेरे नाम की चलती है

આ તો તે કેવો વરસાદ પડ્યો ?

શનિવાર, 13 જુલાઈ, 2013
देखे है मैंने टूटते तारे को

તુજ ને નિહાળું છું

काफिलो मे अक्सर लोग खो जाते है
काफिलो मे अक्सर लोग खो जाते है,
खोये लोग अक्सर अकेले हो जाते है,
जब तक लिखा है कदम साथ चलना,
चल लिए फिर वही रास्ते सो जाते है,
राही हो साथ,तन्हाई भी रहती है दूर,
राह अलग होते ही उदास हो जाते है,
याद करते मंजर,याद आता है जाम,
भूलने वास्ते मयकदे फिर वो जाते है,
नशे की आदत पाल लेते है कुछ लोग,
आँखों से मय पीने अक्सर जो जाते है !
नीशीत जोशी 09.07.13
सुन ऐ जमाने

શનિવાર, 6 જુલાઈ, 2013
एकबार दर्द भरा यह पल कट जाने दो

એકલા ચાલતું નથી

रहमतदार बनके तू रहम रखना
हिसाब रखता हूँ मैं

माँ की गोद

पर एकबार तो साथ एक डगर आये ??

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