રવિવાર, 24 ઑક્ટોબર, 2010

पहोच गये हम

अब तेरीही गली पहोच गये हम,
अब दिलकी हेली पहोच गये हम,

जो भी हो अरमान दिलके तेरे,
दिल ले पुरा खाली पहोच गये हम,

किस्मतको छोड दिया तेरे हवाले,
एक ले नयी कहानी पहोच गये हम,

मुह मोडना एक अदा थी प्यारकी,
प्रेमकी ले एक हसी पहोच गये हम,

खता ना कहो अपने प्यारको प्यारे,
ले महोब्बतकी जोली पहोच गये हम,

बागो के फुल भी ना मुरजायेंगे अब,
ऐसी ले प्यारकी डाली पहोंच गये हम,

न जरुरत रहेगी अब आवाज देनेकी,
बनके तेराही खयाली पहोच गये हम.......

नीशीत जोशी

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