
मुझे सहारे वास्ते कन्धा मिल गया,
अरे,मुझे प्यारा सा बन्दा मिल गया,
न आव देखा न ताव कर बैठा प्यार,
अरे,मुझे प्यार का अन्धा मिल गया,
पकड़ लिया हाथ उसने अपने हाथोमें,
अरे,मुझे अपना हाथ बंधा मिल गया,
भूल गए सब काम काज उनके साथमें,
अरे,मुझे प्यारा नया धंधा मिल गया,
हालात ऐसे हुए गर ना मिले एक दिन,
अरे,मुझे जैसे गले का फंदा मिल गया !
नीशीत जोशी 17.08.12
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