मस्तोकी दुनीयां में आके तो देखो
जरा खुदी अपनी मिटाके तो देखो
भुलोगे माया यह जगकी सभी
जरा गीत अपनेभी गा के तो देखो
बैठा है दिलमें सब का प्रेमी
जरा सिरको अपने जुका के तो देखो
लहेरेंभी बन जायेगी फिर कीनारा
तूंफा से जरा टकरा के तो देखो
खुलेंगे खजाने आनन्द के फिर
अपने में सबको रमा के तो देखो ।
नीशीत जोशी
શનિવાર, 15 ઑગસ્ટ, 2009
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