ગુરુવાર, 27 ઑગસ્ટ, 2009

वोह छुपाते है

कहते है खुद की सबके दिलो को चुराते है,

मगर देखा हमने वोह अपना गम छुपाते है,

बारीस में चलना उसे पसंन्द है बहोत,

दरअसल बारीसमें अपने अश्क छूपाते है,

बाते करना हसना हसाना आदत है उनकी,

असलमें वोह अपनी पुरानी यादे छुपाते है ।

नीशीत जोशी

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