રવિવાર, 20 મે, 2012

करते हो

सीयासतमें ऐसी जंग करते हो ! खुन के अलायदा रंग करते हो !! चोरो की हिदायत में आजकल ! बेकसूरो के ही चूर अंग करते हो !! देश के गरीबो के खून की कमाई ! विदेश भेज कानून भंग करते हो !! भ्रष्टाचार हटाओ का नारा दे कर ! खुद लोगो को बेहद तंग करते हो !! आतंक के बादशाह को दे के सय ! आतंकवाद आवाम संग करते हो !! ईश्वर को भी ना छोडते हो जहांमें ! करिश्मे से उसे भी दंग करते हो !! ना बचा पाएगा कोई भी करमो से ! फल वास्ते खुदको पतंग करते हो !! नीशीत जोशी 13.05.12

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