રવિવાર, 16 ડિસેમ્બર, 2012

वोह एक चिड़िया है

54_SPARROWS ON WINDOW वोह एक चिड़िया है रोज खिड़की पे झांकती है पर कहाँ से लाऊ कोई दाना जो वोह खा सके ना भी गर दूँ उड़ के चली जायेगी ना कुछ बोलेगी ना इतरायेगी शायद यह भी अपनी जिन्दगी जैसी है ... नीशीत जोशी 15.12.12

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