શનિવાર, 2 મે, 2009

मेरे 'मोहन'का जवाब ना आया




आयना टुटा तो आवाज आया,
दिल टुटने का आवाज न आया,
शमा जलती रह गयी मगर
बावजुत ईन्तजार परवाना न आया,
पुछता रहा हर मंदिर मंदिर निशित
पर मेरे 'मोहन'का जवाब ना आया

नीशीत जोशी

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