શનિવાર, 23 મે, 2009

प्यारमे उनके

किया था हमने भी कभी प्यार उनसे

महेसुस भी कीया था प्यार उसने

पर रही होगी कोइ मजबुरी

न बांट सके वोह प्यार मुजसे

बस जी रहे है आज भी निशित

उन्ही यादो के सहारे प्यारमे उनके

'नीशीत जोशी'

1 ટિપ્પણી:

  1. અજ્ઞાત23 મે, 2009 11:09 AM

    न बांट सके वोह प्यार मुजसे.....

    nice one...
    bus inho ne mahus kiya vahi bahot he.
    baki mujburi to kuda ki thi..usne isan ke sine me man jo rakh diya....vrana hum to janvar hote........

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