સોમવાર, 12 સપ્ટેમ્બર, 2011

किया करते है


कभी बंदगी तो कभी दुआ किया करते है,
बस इसी तरहा उन्हे याद किया करते है,

गहरी नींदमें सपने भी आते रहते गहरे,
सपनेमें सपनोको पुरा कर लिया करते है,

नशा उतरता नही महोब्बत करनेके बाद,
आदतसी बन गयी प्यारको पीया करते है,

महेफिल गमगीन बने न आने से उसके,
खामोशीया उनकी ही गझल बया करते है,

उनके दिलमें छोटासा चीराग जला पाये थे,
अब तो रोज सुरजको दुआमे लाया करते है,

दिल चुराया और सपनेभी चुरा कर ले चले,
हम फकिरीमे उन्हीका वास्ता दिया करते है,

यादोकी तरहा मीलने भी वोह आयेंगे जरुर,
फुसलाके दिलको युंही समजा लिया करते है ।

नीशीत जोशी 04.09.11

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