अगर प्यार तेरे पर आया न होता,
तुजे श्याम अपना बनाय न होता,
न होती तमन्ना भी तेरे मिलन की,
अगर मेरे मन को तु भाया न होता,
मेरे होठो पे तेरा फसाना न होता,
लबो पे तेरा ये तराना न होता,
न फिरता तेरे लीये में मारा-मारा,
अगर तुने खुद ही रुलाया न होता,
तो में भी नीराशा मे आशा न रखता,
किसी के लीये गर तु आया न होता |
શુક્રવાર, 20 ફેબ્રુઆરી, 2009
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